लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी कोई टिप्पणी जो सम्मानित सदन की मर्यादा और सम्मान को नीचा दिखाती हो, अनुचित और अस्वीकार्य है। इससे पहले, शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि लोकतंत्र में संसद सर्वोच्च संस्था है। कोई भी किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ टिप्पणी कर सकता है लेकिन संसद, चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट जैसी संस्थाओं पर इस तरह से अमार्यदित और गैर वाजिब टिप्पणी से लोगों का विश्वास टूट जाएगा।
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