गुरुवार, 22 मार्च 2012

गांधीवादी समाजसेवक अन्ना को आशुतोष का सलाम


    यहां आज वो चेहरे नज़र आ रहे है, जो ज्यादातर प्राइम टाइम के चैनलों में नज़र आते है। मैं बात कर रहा हूँ इंडिया हैबिटेट सेंटर के गुलमोहर हाल की। यहाँ आशुतोष आईबीएन-7 के चीफ एडिटर की किताब अन्ना-13 डेज़ दैट अवैकेंड इंडिया का विमोचन हुआ। जिसमे उपस्थित ज्यादातर लोगो कम टाइम के शिकार होते है। अर्णव गोस्वामी, अवधेश अवस्थी- आज तक , रविश कुमार, प्रदीप सिन्हा, अजीत अंशुमन जैसे कई लोग मौजूद थे। इसके साथ कई लोग भाजपाई और कांग्रेसी नेता मुख्तार अब्बास नकवी, रंजना कुमारी, राजीव प्रताप उपस्थित है। किस-किसका नाम लूँ यहाँ हर कोई विशिष्ट है। विशेष रुप से लोकतंत्र के चौथे खम्भे से जुड़ा हर चमकता सितारा मौजूद था।
 अभी तक लोग एक दुसरे को मिल ही रहे थे की अचानक एक महिला जो आई बी एन-७ एंकर थी जैसे ही कहा की अन्ना जी आ गए की हाल वन्दे मातरम की गूँज होने लगी। आशुतोष ने सभी का स्वागत कर आभार व्यक्त किया। माफ़ी मांगते हुए उन्होंने कहा की मुझे आशा ही नही थी कि इतने लोग यहाँ आयेंगे। जिन्हें सीट नही मिली वो मुझे माफ़ करे। राजदीप सरदेसाई ने मंच का संचालन किया। उन्होंने कहा की वो दुविधा में है की हिंदी के पत्रकार अंग्रेजी में किताब लिखते है, और अब मैं मंच का संचालन हिंदी में करू या अंग्रेजी में। तभी वह बैठे श्रोताओ ने कहा की हिंदी में। सभी ने अन्ना की तारीफों के पुल बांधे औए भारतीय नेताओं के भ्रष्टता की बात कही। भारत की जनता पर विश्वाश करते हुए युवाओ का उन्होंने आवाहन किया।

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